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फार्मूला E रेस
ह्यदेरबाद जो की तेलंगाना का कैपिटल शहर है, यह वही शहर है जहा पे भारत की पहेली फार्मूला E रेस हुई थी। यह रेस फेब्रुअरी 2023 में हुई थी, जिसने की हजारो फंस और मीडिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। इलेक्ट्रिक रेसिंग सीरीज ने चार साल की डील लोकल प्रमोटर्स कर स्टेट गवर्नमेंट के साथ पाकि करि थी। इस डील के अनुसार यह रेस फिरसे 2024 में हैदराबाद में ही होनी थी। हलाकि अब शहर में गवर्नेंस में कुछ बदलाव के चलते शायद से फार्मूला E रेस अब आपको 2024 में ह्यदेरबाद के अंदर होती नहीं दिखेगी।
राजनैतिक अर्चनऐ
हैदराबाद E प्रिक्स एक कन्फर्म प्लान था, जो की 2024 के फार्मूला E केलिन्डर में अक्टूबर 2023 को ही चढ़ा दिया गया था। हलाकि इस इवेंट को लेके तब भी कुछ परेशानिया थी, जो की पूरी तरह से देखि नहीं गई और अब वो वापिस इस इवेंट में अर्चन बांके सामने आरही है। जो टीम इस इवेंट को ऑर्गेनिसे कर रही है, उसको तेलंगाना की सरकार ने अगस्त 2023 में ही दिसबंडएड कर दिया था। तबकी सरकार तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी दवारा बनाई गई थी। हलाकि दिसंबर 2023 में कांग्रेस पार्ट ने स्टेट असेंबली के इलेक्शन जीते है। और इस नई सरकार ने फार्मूला E रेस इवेंट को लेके अभी तक कोई भी पक्का फैसला नहीं बताया है।
फाइनेंसियल और लॉजिस्टिकल परेशानिया
राजनैतिक मतभेद के अलावा जो चीज़ इस रेस को होने से रोक रही है, वो फाइनेंसियल और लॉजिस्टिकल परेशानिया है। यह रेस असल में गच्चीबौली स्टेडियम में कराइ जा रही थी, जो की एक क्रिकेट वेन्यू है और इस जगह को रेस के लिए तैयार करने में काफी सारी चीज़ो को मॉडिफाई करना होगा। इस चीज़ में बहुत ज्यादा खर्चा आएगा। इस कार रेस को होस्ट करने की कीमत का जो अनुमान लगाया गया है, वो कुल 40 करोड़ रुपए का है। यह लागत आधी स्टेट गोवेर्मेंट दवारा और आधी प्राइवेट प्रमोटर दवारा दी जाने वाली थी। हलाकि यह रेस भारत के अंदर इतना पैसा कमाके नहीं देने वाली है, जितना की इसमें खर्चा आने वाला है।
फार्मूला E का जवाब
फार्मूला E, जो की असल में गवर्निंग बॉडी है इलेक्ट्रिक रेसिंग सीरीज की, इन्होने अभी तक हैदराबाद E प्रिक्स को लेके कोई भी बात नहीं करि है। हलाकि अल्बेर्तो लोंगो, जो की को फाउंडर और चेइफ़ चैंपियनशिप अफसर है फार्मूला E के उन्होंने पहले ही अपने पैशन और विस्वाश को दिखाया है, की वो भारत में वापिसी करेंगे। उन्होंने बताया है की ह्यदेरबाद में E प्रिक्स पहले भी एक बहुत बड़ी सफलता रही है और वो आने वाले सालो में भी भारत के अंदर इस रेस को होते देखना चाहेंगे।
निष्कर्ष
हैदराबाद E प्रिक्स एक हिस्टोरिक और एक्सीसिटिंग इवेंट है, जो की फार्मूला E को भारत में पहेली बार लाया था। इस रेस ने भारत के अंदर क्षमता और इलेक्ट्रिक रेसिंग की लोकप्रियता को दिखलाया है। इसके अलावा इस रेस ने सस्टेनेबिलिटी और क्लीन एनर्जी को भी आगे प्रमोट किया है। हलाकि इस रेस को अभी कई सारी परेशानिया झेलनी पढ़ रही है। अब यह देखने वाली बात होगी की क्या यह रेस भारत के अंदर कराइ जाएगी या नहीं।
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