Pragyan Moon Rover के बारे में पांच बाते

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एक ऐतिहासिक उपलब्धि में, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने विक्रम लैंडर को चंद्रमा की जमीन पर सफलतापूर्वक उतारा

1. छोटा कॉम्पैक्ट डिज़ाइन

इस रोवर के कॉम्पैक्ट डिज़ाइन होने के कारण यह मात्र 26 किलो वजनी और 36 इंच लम्बा है। 

2. धीमी गति

यह रोवर सोलर ऊर्जा से चलता है, इसलिए इस रोवर की गति मत्र एक सेंटीमीटर प्रति सेकंड की है। 

3. असिस्टेड नेविगेशन

Pragyan Moon Rover एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) जैसे “नेविगेशन” सिस्टम व कैमरों से लैस है।

4. अनोखा सस्पेंशन सिस्टम

यहाँ रोवर नेविगेशन के लिए एक अनोखा छह-पहियों वाली रॉकर-बोगी सस्पेंशन प्रणाली का उपयोग करता है, जो लचीलापन प्रदान करता है।

5. मिशन लिफस्पान

मिशन का जीवनकाल या तो 14 पृथ्वी दिवस या एक चंद्र दिवस तक सीमित है।

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प्रज्ञान मून रोवर को बनाने की लगत के बारे में जाने के लिए