Contents
क्यों है भारत EV इंडस्ट्री में सबसे आगे
भारतीय इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) इंडस्ट्री ने पिछले कुछ साले से बहुत तेज़ी से प्रगति करी है। चाहे हो इ-बाइक्स हो या चाहे वो इ-रिक्शा हो, इलेक्ट्रिक करो के से लेके बसों तक हर एक सेगमेंट में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को भारत में अपनाया गया है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स अब हमको एक नए युग की और ले जा रहे है जहा मोबिलिटी पहले से भी ज्यादा सस्टेनेबल और ग्रीन है। भारत में कई ऐसे कारण है जिस वज़ा से भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की इतनी अच्छी प्रगति देखने को मिली है।
विशनरी पालिसी फ्रेमवर्क
भारतीय सरकार हमेशा से EV रेवोलुशन की सबसे बड़ा प्रोत्साहक रही है। जहा भारत की सरकार कई सारी पॉलिसीस और इन्सेन्टिव्स लाके इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के एडॉप्शन को और भी ज्यादा आसान बनाया है। इन्ही स्कीम्स में से एक थी FAME इंडिया स्कीम, जिसके चलते भारत सरकार ग्राहकों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स खरीदने पे, कुछ सब्सिडी देती है। ऐसा करने से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की कीमत काम हो जाती है और सभी ग्राहकों के लिए वो और भी ज्यादा किफायती हो जाती है। इसके अल्वा सरकार दवारा निकली गई PLI स्कीम के चलते, कंपनियों को EV कंपोनेंट्स बनाने पे कुछ इन्सेन्टिव्स दिए जाते है। जिस कारण से कंपनी इन कंपोनेंट्स को और भी ज्यादा सस्ते दाम में बना पाते है।
एडवांस टेक्नोलॉजी
समय के साथ टेक्नोलॉजी में जो बड़े और अच्छे बदलाव देखने को मिल रहे है, उन्होंने भी EV इंडस्ट्री को बढ़ाने में बहुत ज्यादा मदद करी है। टेक्नोलॉजी के बेहतर होने से अब EVs पहले से भी ज्यादा अफोर्डेबल, एडवांस और एफ्फिसिएंट हो जाती है। इसके अल्वा मार्किट में अलग अलग प्रकार के EV ऑप्शन के चलते, अब लोग अपनी जरूरत अनुसार भी अपने लिए EV चुन पा रहे है।
विदेशी निवेश और नवाचार
भारत में EV इंडस्ट्री की प्रगति के पीछे विदेशी निवेश हमेशा से ही एक बहुत बड़ा कारण रहा है। ऐसे कई सारे विदेशी औटोमकेर्स है जिन्होंने अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को भारत में खोला है। ऐसा करके वो भारत में नई टेक्नोलॉजी भी लाये है और भारत में रोज़गार भी बड़ा है, जिस से की अब ज्यादा से ज्यादा लोग EV खरीद पा रहे है। इसके अल्वा भारत में ही EV का निर्माण करने से, इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमत भी कम हुई है। जिसके कारण इन्हे खरीदना और भी ज्यादा किफायती हो गया है।